Weather Update News- ठंड बढ़ने के कारण पसरा सन्नाटा, किसानों पर सबसे ज्यादा भारी
रेवाड़ी मौसम समाचार….Weather Update News । सर्दी का कहर निरंतर बढ़ता जा रहा है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हालात यह है कि ठंड से बचने के लिए लोग घरों से निकलने से गुरेज ही कर रहे हैं। मंगलवार को जहां सूर्यदेव के दर्शन से लोगों को कुछ राहत मिली। वहीं, घने कोहरे में वाहनों की गति भी बहुत धीमी रही।

मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7.0 और अधिकतम तापमान –डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह के वक्त कोहरे ने भी परेशान किया। ठंड से लोग कांपते रहे। हालत यह रही कि बर्फीली हवाओं से हाथ-पांव सुन्न हो रहे हैं। लोग जगह-जगह अलाव तापकर राहत पाने की कोशिश करते रहे। दूसरी ओर सरकारी कार्यालयों और दुकानों में गैस और बिजली से चलने वाले हीटर से राहत पा रहे हैं। बाजारों में सुबह के 11 बजे तक जहां सन्नाटा पसरा रहता है। वहीं, शाम को पांच बजे से पहले ही फिर से बाजारों में लोग दिखाई नहीं दे रहे हैं।
रेवाड़ी मौसम 30 दिन
पिछले दो हफ्ते से ठंड ने बेहाल कर रखा है। सूर्यदेव के दर्शन भी बेहद कम ही हो रहे हैं। मंगलवार सुबह तड़के से ही घना कोहरा रहा। इससे वाहन रेंग-रेंगकर चले। हालत यह रही कि चंद कदमों की दूरी भी दिख नहीं रही थी। वाहन चालकों को हेडलाइट और फॉग लैंप जलाकर चलना पड़ा। कारों, ट्रकों, बसों आदि वाहनों के शीशों पर कोहरे की परत जम रही थी। ऐसे में हीटर ने राहत दी है, लेकिन जिन वाहनों में हीटर नहीं थे, उन्हें काफी दिक्कत हुई। थोड़ी-थोड़ी देर बाद शीशे को साफ करना पड़ा। ठंड बेहद अधिक महसूस हो रही थी। कक्षा आठ तक तो स्कूलों में छुट्टी है, लेकिन अन्य कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को स्कूल-कॉलेज जाना पड़ रहा है। छात्र-छात्राएं ठंड के बीच स्कूल पहुंचे और कक्षाओं में बैठे कंपकंपाते रहे।
सर्दी से किसान परेशान
बावल। मंगलवार को निकली मामली धूप से ही किसानों से अंदाजा लगाना शुरू कर दिया था कि मौसम में आया यह बदलाव कोहरा और ठंड का कारण बनेगा। किसान अपने पशुओं को लेकर काफी चितित हैं। कृषि विज्ञानिक डॉ जेएस यादव ने बताया कि किसानों को चाहिए कि दूधारू पशुओं को चना, बिनौले दे ताकि उन्हें सर्दी से बचाया जा सके एवं पशुओं का दूध भी बचाया जा सके।